महाराष्ट्र में बेकाबू हुआ कोरोना: नागपुर में एक हफ्ते का लॉकडाउन, केंद्र ने कहा- लापरवाही नहीं बरतें, कोविड-19 महामारी खत्म नहीं हुई

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में कोविड-19 के सक्रिय मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता प्रकट की है। महाराष्ट्र में कोरोना से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में यहां 13,659 नए केस सामने आए हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री ने इसकी वजह टेस्टिंग में कमी और लापरवाही को बताया है। केंद्र ने देशवासियों को सावधान और सतर्क रहने तथा लापरवाही नहीं बरतने की सलाह देते हुए कहा कि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।

नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन में महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति को ‘चिंताजनक’ बताया। 15 से 21 मार्च तक नागपुर में लॉकडाउन का हवाला देते हुए कहा कि हम ऐसे हालात में पहुंच रहे हैं, जहां  संक्रमण रोकने के लिए फिर से ये कदम उठाए गए हैं।

तीन बड़े शहरों में सख्ती

  • 1. जलगांव में जनता कर्फ्यू- जलगांव नगर निगम सीमा में गुरुवार रात 8 बजे से 15 मार्च की सुबह 8 बजे तक जनता कर्फ्यू लागू किया गया है। इस दौरान इमरजेंसी सर्विस, PSC और दूसरी परीक्षाओं वाले डिपार्टमेंट को छूट दी जाएगी। इससे पहले अमरावती में 15 दिनों का लॉकडाउन और पुणे में नाइट कर्फ्यू लग चुका है।
  • 2. औरंगाबाद में वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान- महाराष्ट्र सरकार ने संभाजीनगर (औरंगाबाद) में वीकेंड पर लॉकडाउन लागू करने का ऐलान किया है। यहां गुरुवार से कोरोना नियमों को कड़ा कर दिया गया है। सड़क पर पुलिस तैनात की गई है। बिना मास्क पहने घूमने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों राज्य के मंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया था कि 11 मार्च से 4 अप्रैल तक संभाजीनगर में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रतिबंध लागू रहेंगे। वीकेंड पर पूरी तरह से लॉकडाउन होगा। इस दौरान स्कूल, कॉलेज, मैरिज हॉल बंद रहेंगे।
  • 3. नागपुर में 1 हफ्ते का लॉकडाउन- नागपुर जिले में पिछले 24 घंटों में 1860 नए संक्रमित मिले हैं। इस मामले में नागपुर पुणे के बाद दूसरे नंबर पर रहा। इस दौरान यहां 8 लोगों की मौत भी हुई है। इसे देखते हुए सरकार ने नागपुर में 15 से 21 मार्च तक 1 सप्ताह का हार्ड लॉकडाउन लगा दिया है। हार्ड लॉकडाउन में बहुत जरूरी गतिविधियों की ही इजाजत होती है। नागपुर में अब तक 1.64 लाख मरीज मिल चुके हैं।

संक्रमण बढ़ने के प्रमुख पांच कारण

  • बाजारों में अनियंत्रित भीड़: अनलॉक प्रक्रिया शुरू होने पर बाजारों में भीड़ पर कोई नियंत्रण नहीं रहा।
  • सुरक्षा उपययोजना में लापरवाही : कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क, सैनिटाइजर का इस्तेमाल व सोशल डिस्टेंसिंग में लापरवाही बरती गई।
  • टेस्ट कराने में हिचकीचाहट : कोविड-19 के लक्षण रहने पर भी कई लोग टेस्ट कराने से हिचकीचाते रहे, नतिजा दूसरों में संक्रमण बढ़ता गया।
  • सामूहिक आयोजन : सरकार ने भले ही सामूहिक आयोजनों पर पाबंदी लगा रखी है, लेकिन स्थानीय स्तर पर वजन रखने वाले सामूहिक आयोजन करने से अपने-आप को नहीं रोक पाए।
  • कांटैक्ट ट्रेसिंग नजरअंदाज : कोविड-19 संक्रमण जब पीक पर था, उस समय कांटैक्ट ट्रेसिंग पर प्रशासन ने ध्यान केंद्रीत किया। जैसे ही संक्रमण की रफ्तार कम हो गई, कांटैक्ट ट्रेसिंग को नजरअंदाज किया गया, लेहाजा संक्रमित के संपर्क में आने पर जब तक कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं आई, तब तक टेस्ट करने की जरूरत नहीं समझी गई।

यह रहेगा चालू...

  • स्वास्थ्य सेवा
  • प्रसार माध्यमों से संबंधित सेवा (पहचान पत्र जरूरी)
  • दूध बिक्री व आपूर्ति
  • फल, सब्जी बिक्री व आपूर्ति
  • पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी
  • यात्री सेवा (50 प्रतिशत क्षमता के साथ)
  • ट्रांसपोर्ट सर्विस
  • निर्माणकार्य
  • उद्योग व कारखाने
  • किराना दुकान (only stand alone)
  • चिकन, मटन, अंडे व मछली व्यवसाय
  • कोविड-19 वैक्सीनेशन व टेस्टिंग सेंटर
  • ऑप्टीकल शॉप
  • खाद, बीज दुकान (only stand alone)
  • निवासी होटल व लॉज (50 प्रतिशत क्षमता के साथ)
  • राष्ट्रीय, राज्य व विश्वविद्यालय की पूर्व नियोजित परीक्षा (कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करने के अधीन)

यह रहेगा बंद...

  • स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, ट्यूशन व कोचिंग क्लासेस, प्रशिक्षण संस्था (कौशल विकास प्रशिक्षण संस्था)।
  • सभागृह, मंगल कार्याल, लॉन आदि स्थानों पर विवाह आयोजन।
  • कोई भी धार्मिक अथवा राजनीतिक सभा तथा सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन।
  • धार्मिक पूजा-अर्चना स्थल पर नागरिकों को दर्शन के प्रवेश बंदी। नियमित पूजा-अर्चना, साफ-सफाई से संबंधित अधिकतम 5 व्यक्ति की उपस्थिति को अनुमति।
  • शहर सीमा के सभी साप्ताहिक बाजार।
  • रेस्टारेंट, होटल, भोजनालय में प्रत्यक्ष डायनिंग सुविधा। तथापि होम डिलिवरी को अनुमति (किचन रात 11 बजे तक खुले रहेंगे)
  • सभी प्रकार की क्रीड़ा स्पर्धा के आयोजन।
  • सभी निजी आस्थापना, कार्यालय (आर्थिक लेखाजोखा से संबंधित सेवा को छूट रहेगी)।
  • आवश्यक सेवा छोड़ अन्य शासकीय, अर्धशासकीय कार्यालयों में अधिकत1म 25 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थिति।
  • मॉल, सिनेमा हॉल, नाट्यगृह, दुकान, मार्केट, व्यायामशाल, जीम, स्वीमिंग पुल।

यहां रहेगी पाबंदी...

  • एक जगह पांच से अधिक व्यक्ति इकट्ठा नहीं हो सकेंगे।
  • आवश्यक काम के सिवा घर से बाहर निकलने पर पाबंदी।
  • जिन सेवाओं को अनुमति दी गई है, उसे कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य।

आदेश तोड़ना पड़ेगा भारी
कोविड-19 संक्रमण नियंत्रित करने के लिए नागपुर पुलिस आयुक्तालय कार्यक्षेत्र में कड़क लॉकडाउन लगाया गया है। आदेश तोड़ने वालों से जुर्माना वसूल किया जाएगा। उसी के साथ संक्रामक रोग प्रतिबंधक अधिनियम 1897, आपदा प्रबंधन कानून 2005 तथा भादंवि 1860 में उपलब्ध प्रावधान के अंतर्गत अपराध दर्ज किया जाएगा।

मुंबई में अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा केस मिले
महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना वायरस के 13,659 केस सामने आए थे। मुंबई में 1,539 संक्रमित मिले। यहां 8 मार्च को 1361 मामले दर्ज किए गए थे, जो 28 अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा थे। मुंबई में लगातार हर रोज 1 हजार से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।

उद्धव ठाकरे ने वैक्सीन लगवाई
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को मुंबई के जेजे हॉस्पिटल में कोरोना की पहली वैक्सीन लगवाई। इस दौरान उनके बेटे आदित्य ठाकरे और पत्नी रश्मि ठाकरे भी हॉस्पिटल में मौजूद रहीं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को जेजे हॉस्पिटल में कोराना की वैक्सीन लगवाई।



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Corona uncontrolled in Maharashtra: One week lockdown in Nagpur
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