डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पुणे के सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार की जा रही कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर केंद्र सरकार ने सभी राज् और केंद्र शासित सरकारों को अहम निर्देश दिए हैं। केंद्र के निर्देश के अनुसार, कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज़ के बीच अब कम से कम 6 से 8 हफ्ते का अंतर होना चाहिए। NTAGI और वैक्सीनेशन एक्सपर्ट ग्रुप की ताजा रिसर्च के बाद ये फैसला लिया गया है। दावा किया गया है कि अगर वैक्सीन की दूसरी डोज़ 6 से 8 हफ्ते के बीच में दी जाती है, तो ये अधिक लाभदायक होगी।
बता दें कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का काम 16 जनवरी से शुरू हुआ जिसमें हैल्थ वर्करों को वैक्सीन लगाई गई। वहीं दूसरा फेज़ 1 मार्च से शुरू हुआ। इस फेज में 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोग, 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले (गंभीर बीमारी से ग्रसित) लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। अभी तक देश में साढ़े चार करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन के डोज़ दिए जा चुके हैं। भारत में अभी सबसे अधिक उपयोग कोविशील्ड वैक्सीन का हो रहा है। मौजूदा वक्त में पहली और दूसरी डोज़ के बीच का अंतर 28 दिन का है।
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