डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने रविवार को यूक्रेनियन रेसलर्स एंड कोचेस मेमोरियल का खिताब जीतकर देश को एक और गोल्ड मेडल दिलाया। 26 वर्षीय इस महिला पहलवान ने 53 किग्रा वैट कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में बेलारूस की पहलवान और पूर्व विश्व चैंपियन वनेसा कलाजिंस्काया को 10-8 से हराया। मैच के दौरान विनेश 6-8 से पीछे चल रही थीं, लेकिन आखिरी 35 सेकंड में उन्होंने 4 पॉइंट लेकर खेल पलट दिया।
Vinesh Phogat
— Vinay Siwach (@siwachvinay) February 28, 2021
So much self belief in that bout from Vinesh. Once her inside trip didn’t work, she defends the attack and completes her own to win the gold with a fall pic.twitter.com/eXIIE8D9vp
खबर में खास
- विनेश महिलाओं की 53 किग्रा भारवर्ग में टोक्यो ओलंपिक का पहले ही टिकट हासिल कर चुकीं हैं।
- विनेश लॉकडाउन में राहत के बाद नवंबर 2020 से यूरोप में ट्रेनिंग कर रही थीं।
- विश्व नंबर 7 पहलवान को हराना उनके लिए इतना आसान नहीं था।
- विनेश ने सेमीफाइनल में रोमानिया की एना ए को 2-0 से पटखनी दी थी।
- अब फाइनल जीतने के बाद फोगाट 4-7 मार्च तक रोम में होने वाले इस सत्र के पहले रैंकिंग टूर्नामेंट में भाग लेने जाएंगी।
कोरोना को मात दे चुकीं विनेश
बता दें कि राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर खेल रत्न अवार्ड मिलने से ठीक एक दिन पहले विनेश की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनके शुरुआती कोच रहे ओपी दहिया भी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए चुना गया था।
जिस पैर में फ्रैक्चर से विनेश को छोड़नी पड़ी बाउट, उसी को लोहे जैसा बनाया
विनेश को 2016 के रियो ओलिंपिक में पैर में फ्रैक्चर होने से बीच में बाउट छोड़नी पड़ी थी। वे 6 महीने बिस्तर पर रहीं। एक्सरसाइज नहीं कर सकती थीं, इसलिए खुद को दिमागी रूप से मजबूत करती रहीं। मेहनत कर उन्होंने 2018 में कॉमनवेल्थ और एशियाड में गोल्ड जीते। 2019 में वर्ल्ड सीनियर चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टोक्यो ओलिंपिक का टिकट पक्का किया। विशेषज्ञों ने पैर बचाकर खेलने की सलाह दी, पर विनेश ने लेग अटैक को अपनी मजबूती बनाया। वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी अंक बटोरने में लेग अटैक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया।
विनेश के अवॉर्ड
- विनेश ने 18वें एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता के 50 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया था।
- वह लगातार दो एशियाड में पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी थीं।
- विनेश ने इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य जीता था।
- इसके अलावा वह 2018 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत तथा 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने रविवार को यूक्रेनियन रेसलर्स एंड कोचेस मेमोरियल का खिताब जीतकर देश को एक और गोल्ड मेडल दिलाया। 26 वर्षीय इस महिला पहलवान ने 53 किग्रा वैट कैटेगरी के फाइनल मुकाबले में बेलारूस की पहलवान और पूर्व विश्व चैंपियन वनेसा कलाजिंस्काया को 10-8 से हराया। मैच के दौरान विनेश 6-8 से पीछे चल रही थीं, लेकिन आखिरी 35 सेकंड में उन्होंने 4 पॉइंट लेकर खेल पलट दिया।
Vinesh Phogat
— Vinay Siwach (@siwachvinay) February 28, 2021
So much self belief in that bout from Vinesh. Once her inside trip didn’t work, she defends the attack and completes her own to win the gold with a fall pic.twitter.com/eXIIE8D9vp
खबर में खास
- विनेश महिलाओं की 53 किग्रा भारवर्ग में टोक्यो ओलंपिक का पहले ही टिकट हासिल कर चुकीं हैं।
- विनेश लॉकडाउन में राहत के बाद नवंबर 2020 से यूरोप में ट्रेनिंग कर रही थीं।
- विश्व नंबर 7 पहलवान को हराना उनके लिए इतना आसान नहीं था।
- विनेश ने सेमीफाइनल में रोमानिया की एना ए को 2-0 से पटखनी दी थी।
- अब फाइनल जीतने के बाद फोगाट 4-7 मार्च तक रोम में होने वाले इस सत्र के पहले रैंकिंग टूर्नामेंट में भाग लेने जाएंगी।
कोरोना को मात दे चुकीं विनेश
बता दें कि राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर खेल रत्न अवार्ड मिलने से ठीक एक दिन पहले विनेश की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। उनके शुरुआती कोच रहे ओपी दहिया भी कोरोना से संक्रमित पाए गए थे, जिन्हें द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए चुना गया था।
जिस पैर में फ्रैक्चर से विनेश को छोड़नी पड़ी बाउट, उसी को लोहे जैसा बनाया
विनेश को 2016 के रियो ओलिंपिक में पैर में फ्रैक्चर होने से बीच में बाउट छोड़नी पड़ी थी। वे 6 महीने बिस्तर पर रहीं। एक्सरसाइज नहीं कर सकती थीं, इसलिए खुद को दिमागी रूप से मजबूत करती रहीं। मेहनत कर उन्होंने 2018 में कॉमनवेल्थ और एशियाड में गोल्ड जीते। 2019 में वर्ल्ड सीनियर चैम्पियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर टोक्यो ओलिंपिक का टिकट पक्का किया। विशेषज्ञों ने पैर बचाकर खेलने की सलाह दी, पर विनेश ने लेग अटैक को अपनी मजबूती बनाया। वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी अंक बटोरने में लेग अटैक का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया।
विनेश के अवॉर्ड
- विनेश ने 18वें एशियाई खेलों की कुश्ती प्रतियोगिता के 50 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया था।
- वह लगातार दो एशियाड में पदक जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी थीं।
- विनेश ने इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य जीता था।
- इसके अलावा वह 2018 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत तथा 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
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