डिजिटल डेस्क, पुणे। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और टी-20 सीरीज पर कब्जा जमाने के बाद कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया मंगलवार से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी अपना विजय रथ जारी रखने उतरेगी। इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल तथा टी-20 विश्व कप होना है, ऐसे में इस वनडे सीरीज का अत्याधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा, विशेषकर तब जब एकदिवसीय विश्व कप को होने अभी काफी समय है।
हालांकि भारतीय टीम इस सीरीज में टेस्ट तथा टी-20 में मिली जीत की लय बरकरार रखने उतरेगी। इन दोनों ही सीरीज में भारत ने अपने पहले मुकाबले गंवाए थे, लेकिन इसके बाद जोरदार तरीके से वापसी करते हुए सीरीज पर कब्जा किया था। आखिरी बार भारत ने नंवबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था।
भुवनेश्वर के आने से टीम इंडिया की गेंदबाजी मजबूत
इस सीरीज में कोहली की टीम को गेंदबाजी विभाग में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा। भुवनेश्वर कुमार के टीम में वापस आकर पिछले टी-20 में बेहतरीन प्रदर्शन करने तथा शार्दुल ठाकुर जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में बेहतर किया था, उसे देखते हुए भारत को इस विभाग में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
रोहित-धवन करेंगे ओपनिंग, सूर्यकुमार पर रहेगी सबकी नजर
इस मैच में शिखर धवन और रोहित शर्मा को जोड़ी ओपनिंग करने उतरेगी। लेकिन इस सीरीज में पहली बार वनडे में डेब्यू करने जा रहे सूर्यकुमार यादव पर सभी की निगाहें होंगी जिन्होंने टी-20 सीरीज में उम्दा प्रदर्शन किया था। इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा भी अपने पहले अंतरराष्ट्रीय वनडे सीरीज के लिए तैयार हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किए गए ऋषभ पंत को भी इस सीरीज के लिए जगह दी गई है।
विराट को शतक का इंतजार
जहां तक भारतीय टीम का सवाल है तो वह इस साल के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप की अपनी तैयारियों को ही आगे बढ़ाएगी क्योंकि इस वर्ष 50 ओवरों के प्रारूप में कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेला जाना है। कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 शृंखला में अच्छी पारियां खेली और वनडे में भी वह बड़ी पारियां खेलने की कोशिश करेंगे क्योंकि उन्होंने वनडे में अपना आखिरी और 43वां शतक अगस्त 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में लगाया था। कोहली शतक का इंतजार यहां समाप्त करना चाहेंगे।
मध्यक्रम में कड़ी होड़
केएल राहुल और ऋ षभ पंत दोनों के अंतिम एकादश में जगह बनाने की संभावना है। राहुल को हालांकि शीर्ष क्रम में नहीं बल्कि मध्यक्रम में उतारा जाएगा। वह पिछले साल से मध्यक्रम में ही खेल रहे हैं। पंत को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी के साथ हार्दिक पंड्या के साथ निचले मध्यक्रम में अहम भूमिका निभानी होगी। ऐसी स्थिति में अंतिम एकादश में एक जगह के लिए मुंबई के श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। सूर्यकुमार ने टी-20 शृंखला में अपने करारे शॉट से प्रभावित किया था, लेकिन अय्यर पिछले कुछ समय से मध्यक्रम में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं।
चहल और सुंदर की स्पिन जोड़ी
टी-20 शृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी विभाग की अगुवाई करेंगे। उनके साथ शार्दुल ठाकुर को नई गेंद का जिम्मा दिया जा सकता है। उन्होंने टी-20 शृंखला में आठ विकेट लिए थे। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा भी टीम में हैं। कप्तान कोहली पहले ही कृष्णा की प्रशंसा कर चुके हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने सात मैचों में 14 विकेट लिए थे। स्पिन विभाग में युजवेंद्र चहल और वाशिंगटन सुंदर को क्रुणाल पंड्या और कुलदीप यादव पर प्राथमिकता मिल सकती है। हार्दिक पंड्या अब फिट हैं और पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे लेकिन देखना यह होगा कि वह कितने ओवर कर सकते हैं।
इंग्लैंड को जीत की आस
इंग्लैंड मौजूदा विश्व चैंपियन है लेकिन उसके लिए चीजें कुछ खास बेहतर नहीं है। इंग्लैंड भी जीत के साथ दौरे का अंत करने के लिए बेताब होगा क्योंकि उसने अच्छी शुरुआत करने केबावजूद टेस्ट शृंखला 1-3 से और टी-20 शृंखला 2-3 से गंवाई थी। इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन, जोस बटलर, जैसन रॉय और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की फॉर्म काफी मायने रखेगी। उसके इन चारों प्रमुख बल्लेबाजों को निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर चोटिल होने के कारण वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं और वह आईपीएल 2021 के शुरुआती मुकाबले में भी नहीं खेल पाएंगे। इसके अलावा तेज गेंदबाज मार्क वुड जिन्होंने पहले कुछ टी-20 मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन वह अंत के कुछ मैच में मंहगे साबित हुए थे।
भारत और इंग्लैंड के लिए नए माहौल में खेलना चुनौती होगी
दोनों टीमों के लिए नए माहौल में खेलना चुनौती होगी, क्योंकि भारत और इंग्लैंड अभी तक दो ही शहरों में खेले हैं। इन्होंने पहले दो टेस्ट के लिए चेन्नई में तीन सप्ताह गुजारे जबकि अहमदाबाद में करीब एक महीना का समय बिताया, जहां इन्होंने दो टेस्ट और पांच टी-20 मुकाबले खेले। कोहली ने कहा, पुणे में आना अच्छा है। यह ऐसा शहर है जहां अच्छी पिच देखने को मिलती है। यहां कई रन बना सकते हैं। लेकिन गेंदबाज भी बेहतर गेंदबाजी कर विकेट ले सकते हैं।
दोनों संभावित टीमें:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल (विकेटकीपर), युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, क्रुणाल पांड्या, वाशिंगटन सुंदर, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार, मोम्महद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, सैम करेन, टॉम करेन, लियाम लिविंग्स्टोन, मैट पार्किं सन, आदिल राशिद, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, रीस टोप्लो और मार्क वुड।
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डिजिटल डेस्क, पुणे। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट और टी-20 सीरीज पर कब्जा जमाने के बाद कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व वाली टीम इंडिया मंगलवार से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज में भी अपना विजय रथ जारी रखने उतरेगी। इस साल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल तथा टी-20 विश्व कप होना है, ऐसे में इस वनडे सीरीज का अत्याधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा, विशेषकर तब जब एकदिवसीय विश्व कप को होने अभी काफी समय है।
हालांकि भारतीय टीम इस सीरीज में टेस्ट तथा टी-20 में मिली जीत की लय बरकरार रखने उतरेगी। इन दोनों ही सीरीज में भारत ने अपने पहले मुकाबले गंवाए थे, लेकिन इसके बाद जोरदार तरीके से वापसी करते हुए सीरीज पर कब्जा किया था। आखिरी बार भारत ने नंवबर 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी, जिसमें उसे हार का सामना करना पड़ा था।
भुवनेश्वर के आने से टीम इंडिया की गेंदबाजी मजबूत
इस सीरीज में कोहली की टीम को गेंदबाजी विभाग में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना होगा। भुवनेश्वर कुमार के टीम में वापस आकर पिछले टी-20 में बेहतरीन प्रदर्शन करने तथा शार्दुल ठाकुर जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे में बेहतर किया था, उसे देखते हुए भारत को इस विभाग में चिंता करने की जरूरत नहीं है।
रोहित-धवन करेंगे ओपनिंग, सूर्यकुमार पर रहेगी सबकी नजर
इस मैच में शिखर धवन और रोहित शर्मा को जोड़ी ओपनिंग करने उतरेगी। लेकिन इस सीरीज में पहली बार वनडे में डेब्यू करने जा रहे सूर्यकुमार यादव पर सभी की निगाहें होंगी जिन्होंने टी-20 सीरीज में उम्दा प्रदर्शन किया था। इसके अलावा प्रसिद्ध कृष्णा भी अपने पहले अंतरराष्ट्रीय वनडे सीरीज के लिए तैयार हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किए गए ऋषभ पंत को भी इस सीरीज के लिए जगह दी गई है।
विराट को शतक का इंतजार
जहां तक भारतीय टीम का सवाल है तो वह इस साल के आखिर में होने वाले टी-20 विश्व कप की अपनी तैयारियों को ही आगे बढ़ाएगी क्योंकि इस वर्ष 50 ओवरों के प्रारूप में कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेला जाना है। कप्तान विराट कोहली ने इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 शृंखला में अच्छी पारियां खेली और वनडे में भी वह बड़ी पारियां खेलने की कोशिश करेंगे क्योंकि उन्होंने वनडे में अपना आखिरी और 43वां शतक अगस्त 2019 में वेस्टइंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में लगाया था। कोहली शतक का इंतजार यहां समाप्त करना चाहेंगे।
मध्यक्रम में कड़ी होड़
केएल राहुल और ऋ षभ पंत दोनों के अंतिम एकादश में जगह बनाने की संभावना है। राहुल को हालांकि शीर्ष क्रम में नहीं बल्कि मध्यक्रम में उतारा जाएगा। वह पिछले साल से मध्यक्रम में ही खेल रहे हैं। पंत को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी के साथ हार्दिक पंड्या के साथ निचले मध्यक्रम में अहम भूमिका निभानी होगी। ऐसी स्थिति में अंतिम एकादश में एक जगह के लिए मुंबई के श्रेयस अय्यर और सूर्यकुमार यादव के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। सूर्यकुमार ने टी-20 शृंखला में अपने करारे शॉट से प्रभावित किया था, लेकिन अय्यर पिछले कुछ समय से मध्यक्रम में अच्छी भूमिका निभा रहे हैं।
चहल और सुंदर की स्पिन जोड़ी
टी-20 शृंखला में अच्छा प्रदर्शन करने वाले भुवनेश्वर कुमार गेंदबाजी विभाग की अगुवाई करेंगे। उनके साथ शार्दुल ठाकुर को नई गेंद का जिम्मा दिया जा सकता है। उन्होंने टी-20 शृंखला में आठ विकेट लिए थे। मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा भी टीम में हैं। कप्तान कोहली पहले ही कृष्णा की प्रशंसा कर चुके हैं। विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने सात मैचों में 14 विकेट लिए थे। स्पिन विभाग में युजवेंद्र चहल और वाशिंगटन सुंदर को क्रुणाल पंड्या और कुलदीप यादव पर प्राथमिकता मिल सकती है। हार्दिक पंड्या अब फिट हैं और पांचवें गेंदबाज की भूमिका निभाएंगे लेकिन देखना यह होगा कि वह कितने ओवर कर सकते हैं।
इंग्लैंड को जीत की आस
इंग्लैंड मौजूदा विश्व चैंपियन है लेकिन उसके लिए चीजें कुछ खास बेहतर नहीं है। इंग्लैंड भी जीत के साथ दौरे का अंत करने के लिए बेताब होगा क्योंकि उसने अच्छी शुरुआत करने केबावजूद टेस्ट शृंखला 1-3 से और टी-20 शृंखला 2-3 से गंवाई थी। इंग्लैंड के कप्तान मोर्गन, जोस बटलर, जैसन रॉय और ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की फॉर्म काफी मायने रखेगी। उसके इन चारों प्रमुख बल्लेबाजों को निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर चोटिल होने के कारण वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं और वह आईपीएल 2021 के शुरुआती मुकाबले में भी नहीं खेल पाएंगे। इसके अलावा तेज गेंदबाज मार्क वुड जिन्होंने पहले कुछ टी-20 मुकाबलों में अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन वह अंत के कुछ मैच में मंहगे साबित हुए थे।
भारत और इंग्लैंड के लिए नए माहौल में खेलना चुनौती होगी
दोनों टीमों के लिए नए माहौल में खेलना चुनौती होगी, क्योंकि भारत और इंग्लैंड अभी तक दो ही शहरों में खेले हैं। इन्होंने पहले दो टेस्ट के लिए चेन्नई में तीन सप्ताह गुजारे जबकि अहमदाबाद में करीब एक महीना का समय बिताया, जहां इन्होंने दो टेस्ट और पांच टी-20 मुकाबले खेले। कोहली ने कहा, पुणे में आना अच्छा है। यह ऐसा शहर है जहां अच्छी पिच देखने को मिलती है। यहां कई रन बना सकते हैं। लेकिन गेंदबाज भी बेहतर गेंदबाजी कर विकेट ले सकते हैं।
दोनों संभावित टीमें:
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), लोकेश राहुल (विकेटकीपर), युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, क्रुणाल पांड्या, वाशिंगटन सुंदर, टी नटराजन, भुवनेश्वर कुमार, मोम्महद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और शार्दुल ठाकुर।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो, सैम बिलिंग्स, जोस बटलर, सैम करेन, टॉम करेन, लियाम लिविंग्स्टोन, मैट पार्किं सन, आदिल राशिद, जेसन रॉय, बेन स्टोक्स, रीस टोप्लो और मार्क वुड।
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